Delhi Weather Forecast: उत्तर भारत में आये बाढ़ ने देशभर में हाहाकार मचा दिया है। हिमाचल से दिल्ली तक सभी जगह भारी बारिश की मार झेल रहे है। दिल्ली में बाढ़ के चलते हालात गंभीर होते जा रहे हैं। कश्मीरी गेट, वजीराबाद, मयूर विहार, निगमबोध, आईटीओ के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुस आया है। साथ ही हरियाणा के बराज डैम से पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली के कई इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। साथ ही दिल्ली में यमुना खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। दिल्ली के कुछ इलाकों में बुधवार को हल्की बारिश देखने को मिली। लेकिन मौसम पूरे दिन सुहाना बना रहा। मौसम विभाग की मानें तो अब 15 और 16 जुलाई को बारिश होने की संभावना है। इसे लेकर मौसम विभाग ने येलो अलर्ट भी जारी किया है। दिल्ली सरकार ने निचले इलाकों में रहने वाल लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का निर्देश दिया है।


दिल्ली में बाढ़ः लाल किले तक पहुंचा बाढ़ का पानी
दिल्ली में आई बाढ़ ने लाल किले के पास दस्तक दे दी है, जिसका वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में लाल किले के पास बाढ़ वाले इलाके में सीने तक गहरे पानी में एक रिक्शा चालक रिक्शा चलाता हुआ नजर आ रहा है।
#WATCH | A rickshaw-puller pedals through chest-deep water in the flooded area near Red Fort of Delhi. pic.twitter.com/bIezx11zye
— ANI (@ANI) July 13, 2023
हिमाचल और उत्तराखंड के हालात
हिमाचल प्रदेश सरकार के मुताबिक करीब 25 पर्यटकों को कुल्ली-मनाली से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। हालांकि पहाड़ों में अब भी सैकड़ों पर्यटक फंसे हुए हैं। साथ ही भूस्खलन के बढ़ने मामलों के कारण 1100 से अधिक सड़कों पर आवागमन ठप पड़ा हुआ है। वहीं उत्तराखंड में लगातार बारिश जारी है। इस कारण नदी में डूबने से तीन लोगों की मौत भी हो गई है। राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य को 413 करोड़ रुपये देने पर पीएम नरेंद्र मोदी का आभार जताया है।


उत्तराखंड के 5 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट
उत्तराखंड के देहरादून, पौड़ी, टिहरी, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर में भारी वर्षा की आशंका जताते हुए यलो अलर्ट जारी किया गया है। पौड़ी, चमोली, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर में गुरुवार को भी 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्र बंद किए गए हैं। राज्य में 249 संपर्क मार्ग भूस्खलन के कारण बंद हैं। मार्ग बाधित होने की वजह से 9400 से अधिक यात्री अलग-अलग स्थानों पर फंसे हैं। प्रदेश के 503 गांवों का उनके जिला मुख्यालय से संपर्क कटा हुआ है। 123 गांवों में बिजली-पानी की आपूर्ति और 50 से अधिक गांवों में संचार सेवा ठप है।