0 राजस्थान-छत्तीसगढ़ में चुनाव जीतने के लिए रचा गया षड्यंत्र
0 आरोपों की न्यायाधीश से जांच कराने की उठाई मांग

जयपुर। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने प्रचार थमने से पहले आयोजित PC में ईडी पर आरोप लगाते हुए कहा कि महादेव ऐप मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को गिरफ़्तार करने की कोशिश की गई। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ‘‘लाल डायरी’’ और महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले को भारतीय जनता पार्टी का राजस्थान और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव जीतने के लिए रचा गया ‘‘षड्यंत्र’’ करार दिया। उन्होंने इसकी जांच उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश से करवाने की मांग की।

‘भाजपा ने रचा बहुत बड़ा षड्यंत्र’

यहां कांग्रेस मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में गहलोत ने कहा, ‘‘एक मांग मैं महादेव ऐप व लाल डायरी मामले के बारे में करना चाहूंगा…उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश से इसकी जांच कराई जानी चाहिए। भाजपा ने चुनाव के दौरान ये जो षड्यंत्र किया, चुनाव जीतने के लिए, यह बहुत बड़ा षड्यंत्र है। इसकी जांच होनी चाहिए।’’

4 दिन पहले CM को गिरफ्तार करने की थी साजिश

छत्तीसगढ़ में महादेव ऐप मामले का जिक्र करते हुए उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘षड्यंत्रकारी लोग हैं… चार दिन पहले वहां के मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करने की इनकी साजिश थी। उसका पर्दाफाश हो गया।

‘यहां लाल डायरी – वहां महादेव ऐप’

गहलोत ने कहा कि मुझे दुख होता है कि प्रधानमंत्री के स्तर पर षड्यंत्र करके आप प्रधानमंत्री के मुंह से लाल डायरी बुलवा रहे हो.. आप महादेव ऐप बुलवा रहे हो…यहां लाल डायरी और वहां छत्तीसगढ़ में महादेव ऐप …वहां (छत्तीसगढ़ में) पर्दाफाश हो गया, राजस्थान में भी सच्चाई सामने आ गई।’’

गहलोत ने पूछा, ‘‘कहां गई लाल डायरी? राजस्थान में ईडी, आयकर विभाग के 50 छापे पड़े। क्या कोई नेता, कोई अधिकारी पकड़े गए? उन छापों का क्या हुआ?’’ मुख्यमंत्री ने दावा किया, ‘‘भाजपा ने पूरी कोशिश कर ली, लेकिन राजस्थान में सरकार नहीं गिरा पाई। आज उन्हें इसी बात की टीस सता रही है।’’

चुनाव प्रचार में था प्रमुख मुद्दा

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनावों (Assembly Elections) के दौरान ईडी (ED) के छापे और महादेव ऐप घोटाले (Mahadev App Scam) को लेकर राजनीति जोरों पर थी। एक ओर बीजेपी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) के घोटाले में लिप्त होने का आरोप लगा रही थी, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस और भूपेश बघेल इसे बीजेपी का प्रायोजित घोटाला बता रहे थे. छत्तीसगढ़ में 17 नवंबर को ही मतदान हो गया है, लेकिन इसकी गूंज राजस्थान के विधानसभा चुनाव में भी सुनाई दे रही है, जहां 25 नवंबर को मतदान होना है।

भाजपा ने लगाया था यह आरोप

दरअसल, पिछले महीने छत्तीसगढ़ में महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप के खिलाफ मनी लांड्रिंग की जांच के दौरान ईडी ने दावा किया था कि महादेव एप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अभी तक कुल 508 करोड़ रुपये दिए हैं, जिसके बाद प्रदेश की राजनीति में भूचाल आ गया था और पीएम मोदी समेत तमाम बीजेपी नेताओं ने चुनावी रैलियों के दौरान भूपेश बघेल पर जमकर निशानी साधा।