रायपुर। कलिंगा विश्वविद्यालय मध्य भारत का एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान है। नवाचार और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (NAAC) द्वारा B+ मान्यता प्रदान की गई है। यह छत्तीसगढ़ का एकमात्र विश्वविद्यालय है, जो वर्ष 2022 और 2023 में एनआईआरएफ रैंकिंग में शीर्ष 101-150 विश्वविद्यालयों के बैंड में शामिल है।

नेतृत्व शक्ति के विकास के साथ जिम्मेदार नागरिकों की भावना विकसित करने के लिए वैश्विक मानकों के अनुसार छात्रों में नवाचार विकसित करने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले बहु-विषयक अनुसंधान-केंद्रित शिक्षा और कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से छात्रों को प्रशिक्षित किया जाता है।

कलिंगा विश्वविद्यालय में बैचलर ऑफ एजुकेशन के नए नामांकित छात्रों के लिए स्वगातोत्सव कार्यक्रम सोमवार, 27 नवंबर, 2023 को विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित किया गया । यह विश्वविद्यालय के लिए एक यादगार घटना थी जो अपने छात्रों को एक समृद्ध शैक्षणिक यात्रा में शामिल करने की कलिंगा विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता का उदाहरण थी।

नए छात्रों का फूलों की पंखुड़ियों की वर्षा के साथ गर्मजोशी से स्वागत किया गया और तिलक समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत ज्ञान की देवी मां सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन और माल्यार्पण कर की गई।

कार्यक्रम के दौरान, कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. संदीप गांधी ने एक पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन (पीपीटी) के माध्यम से विश्वविद्यालय पर मूल्यवान अंतर्दृष्टि साझा की, और नए छात्रों को विश्वविद्यालय के गौरवशाली इतिहास एवं उपलब्धियों से परिचित कराया। अनुकूल शिक्षण वातावरण को बढ़ावा देने की भावना से शैक्षणिक मामलों के अधिष्ठाता डॉ. राहुल मिश्रा ने विश्वविद्यालय की आचार संहिता और व्यापक शैक्षणिक पाठ्यक्रम पर प्रकाश डाला। शिक्षा विभाग की डीन डॉ. श्रद्धा वर्मा ने विद्यार्थियों को विभाग की गतिविधियों की जानकारी दी।
समारोह की संचालिका अलीशा यादव रहीं। शास्वती शुभदर्शिनी और अंकुर कुणाल ने एकल गीत प्रस्तुत किये।

छात्र कल्याण के उप अधिष्ठाता शेख अब्दुल कादिर ने सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण विभाग द्वारा मार्केटिंग टीम के सहयोग से स्वगातोत्सव कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। यह आयोजन कलिंगा विश्वविद्यालय की अपने छात्रों के बीच समग्र विकास और शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने की अटूट प्रतिबद्धता का उदाहरण है।