कोंडागांव। इस जिले से ऐसी खबर सामने आयी, जिसकी हर किसी ने निंदा की। यहां स्कूल के शिक्षकों ने 25 बच्चियों के हाथ को गर्म तेल से जला दिया था। इस मामले की शिकायत मिलने के बाद तीन शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। वहीं, स्कूल की प्रधानाध्यापिका की ओर से जानकारी दी गई है कि बच्चों द्वारा ही एक दूसरे का हाथ जलाया गया है, हालांकि बच्चों ने अपने परिजनों को शिक्षकों की मौजूदगी में हाथ जलाने की बात कही है।

एक बच्ची की गलती की सजा इतने बच्चों को

पूरा मामला कोंडागांव जिले के माकड़ी ब्लॉक का है। ग्राम पंचायत केरावाही के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला में एक बच्ची की गलती की सजा 25 बच्चियों को भुगतना पड़ा। बताया जा रहा है कि 7 दिसंबर को शाला लगने के बाद किसी बच्चे ने शौचालय के आसपास शौच करके गंदा कर दिया था। इसे देखने के बाद पूछताछ की गई। हालांकि किसी बच्चे ने स्वीकार नहीं किया तो स्कूल मॉनिटर की शिकायत पर 25 लड़कियों के हथेली पर खौलता हुआ गरम तेल डलवाया गया, इससे कुछ बच्चों की हथेली पर फफोले निकल आए।

कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश

मामला सामने आने के बाद कोंडागांव कलेक्टर दीपक सोनी ने जिला शिक्षा अधिकारी को जांच के निर्देश दिए। जांच में पाया गया कि घटना के वक्त स्कूल में प्रधान पाठक जोहरी मरकाम, शिक्षक एलबी पूनम ठाकुर व शिक्षक मिताली वर्मा सहित सफाईकर्मी व रसोइया उपस्थित थे।

परिजनों का फूटा गुस्सा, कहा- हमारे बच्चे सुरक्षित नहीं

इधर, मामले की जानकारी के बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा।परिजनों ने इसकी शिकायत अधिकारियों से की। परिजनों का आरोप था कि, “मासूम बच्चों को शिक्षकों द्वारा जलाया गया है। बच्चों के हाथ में फफोले पड़ गए हैं। सभी बच्चों को गर्म तेल से जलाया गया । जांच करके दोषियों पर उचित कार्रवाई की जानी चाहिए। स्कूल में हमारे बच्चे सुरक्षित नहीं है।”

प्रधान अध्यापिका का कहना है कि बच्चे टॉयलेट गंदा करके रखते थे, जिससे सब परेशान थे। कई बार समझाइश देने के बावजूद बच्चों ने वही हरकत की। इसलिए साथी बच्चों द्वारा ही उन्हें दंड दिया गया।

वहीं इस विषय पर माकड़ी बीईओ राजू साहू से ने कहा कि,”सूचना मिलते ही तुरंत खंड शिक्षा कार्यालय के अधिकारियों के साथ हम स्कूल पहुंचे। दोषियों पर कार्रवाई की जा रही है।

सफाई कर्मी बर्खास्त, 3 निलंबित

जिला शिक्षा अधिकारी मधुलिका तिवारी ने बताया कि जांच टीम के प्रतिवेदन के आधार पर शाला के स्वीपर डमरूराम को बर्खास्त कर दिया गया है। जोहरी मरकाम, पूनम ठाकुर, मिताली वर्मा को निलंबन कार्रवाई के लिए जेडी कार्यालय जगदलपुर की ओर पत्र प्रेषित किया गया।

बाल संरक्षण इकाई भी पहुंची जांच के लिए

इस पूरे मामले की जानकारी के बाद जिला और ब्लॉक स्तर के अधिकारी स्कूल पहुंच गए। साथ ही बाल संरक्षण इकाई और चाइल्डलाइन के कर्मचारी भी स्कूल पहुंचे। बच्चों का स्कूल में ही उपचार कराया गया। बच्चों के साथ ही उनके परिजनों का भी बयान दर्ज किया गया।