अरब सागर में तेल टैंकर पर ड्रोन हमले का लगाया था आरोप

नई दिल्ली। शनिवार को हिंद महासागर में मालवाहक जहाज पर ड्रोन के हमले के बाद से भारतीय नौसेना सतर्क हो गई है। अमेरिका ने इस हमले का आरोपी ईरान पर लगाया है। इसी बीच, सोमवार को ईरान ने अमेरिका के गंभीर आरोपों को खारिज कर दिया है।

ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका के लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं। बता दें 23 दिसंबर को गुजरात तट के पास अरब सागर में एक रासायनिक टैंकर पर हमला किया था।

अमेरिका के आरोप बेबुनियाद- ईरान

ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता की प्रतिक्रिया उस वक्त सामने आई जब अमेरिका ने रासायनिक टैंकर का आरोपी ईरान को ठहराया था। बता दें यह घटना शनिवार सुबह लगभग 10 बजे वेरावल से लगभग 200 समुद्री मील दक्षिण-पश्चिम में हुई। हालांकि इस हमले में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन जहाज को खासा नुकसान पहुंचा है।

अमेरिका ने लगाया ईरान पर आरोप

समाचार एजेंसी रॉयटर्स को दिए पेंटागन के प्रवक्ता के बयान के मुताबिक, जहाज पर ईरान की ओर से दागे गए एकतरफा हमले वाले ड्रोन ने आक्रामण किया था। लाइबेरिया के झंडे लगा हुआ केम प्लूटो जहाज ईरान से दागे गए ड्रोन हमले का शिकार हो गया है।

भारतीय नौसेना ने दी टैंकर को सुरक्षा

बता दें कि तेल टैंकर पर हमला शनिवार सुबह करीब 10 बजे हुआ। टैंकर पर सवार चालक दल के सभी सदस्य सुरक्षित हैं, जिनमें करीब 20 भारतीय भी शामिल हैं। ड्रोन हमले से टैंकर पर आग लग गई थी लेकिन इसे बुझा दिया गया और ज्यादा नुकसान नहीं हुआ।

जिस वक्त टैंकर पर हमला हुआ, वह भारत की तटीय सीमा से करीब 200 नॉटिकल माइल्स की दूरी पर था। हमले की सूचना मिलते ही भारतीय नौसेना ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और एक एयरक्राफ्ट टैंकर की सुरक्षा के लिए रवाना किया। साथ ही भारतीय तटरक्षक बलों के जहाज आईसीजीएस को भी टैंकर की सुरक्षा के लिए रवाना किया गया।

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