दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के 25 स्टेशनों में 604 सीसीटीवी कैमरों से होगी निगरानी

रायपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे यात्रियों को बेहतर यात्री सुविधाएं तथा सुरक्षा के साथ बेहतर यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के तीनों रेल मंडलों के अंतर्गत अवस्थित स्टेशनों से प्रतिदिन हजारों की संख्या में यात्री एक स्थान से दूसरे स्थानों के लिए यात्रा करते है।

प्रतिदिन यात्री रेल के द्वारा सफ़र करने के लिए स्टेशनों में पहुंचते है और उनके सामान एवं बच्चों सहित सभी यात्रियों की सुरक्षा की व्यवस्था को बनाए रखने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी रेल सुरक्षा बल एवं जीआरपी के जवानों के ऊपर रहती है, जिसके लिए वे चौबीसों घंटों निगरानी में तैनात रहते है।

इस काम को सुचारू रूप से करने के लिए रेल सुरक्षा बल एवं जीआरपी के जवानों द्वारा स्टेशनों के चप्पे चप्पे की निगरानी की जाती है, जिसके लिए स्टेशनों पर लगे हुए सीसीटीवी कैमरा के द्वारा एक-एक गतिविधियों पर नज़र रखनें में मदद ली जाती है।

यात्रियों की शत-प्रतिशत सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के तीनों रेल मंडलों बिलासपुर, रायपुर एवं नागपुर के 25 महत्वपूर्ण स्टेशनों पर 604 सीसीटीवी कैमरे लगाये गए है, जिनकी मदद से स्टेशनों के प्लेटफार्मों एवं पूरे स्टेशन परिसरों पर नज़र रखी जाती है । सीसीटीवी कैमरे की मानीटरिंग में किसी भी प्रकार के संदेहास्पद व्यक्ति या घटना के सामने आते ही त्वरित उस पर संज्ञान लेते हुए कार्यवाही की जाती है।

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के सीसीटीवी कैमरा से सुसज्जित स्टेशनों में बिलासपुर स्टेशन में 94 कैमरे, कोरबा स्टेशन में 18 कैमरे, चांपा स्टेशन में 10 कैमरे, रायगढ़ स्टेशन में 14 कैमरे, शहडोल स्टेशन में 10 कैमरे, अकलतरा स्टेशन में 01 कैमरा, उसलापुर स्टेशन में 04 कैमरे, खरसिया स्टेशन में 01 कैमरा, रायपुर स्टेशन में 96 कैमरे, दुर्ग स्टेशन में 53 कैमरे, तिल्दा-नेवरा स्टेशन में 29 कैमरे, भाटापारा स्टेशन में 47 कैमरे, भिलाई पावर हाउस स्टेशन में 40 कैमरे, इतवारी स्टेशन में 20 कैमरे, कांप्टी स्टेशन में 14 कैमरे, भंडारा रोड़ स्टेशन में 12 कैमरे, तुमसर रोड़ स्टेशन में 16 कैमरे, गोंदिया स्टेशन में 62 कैमरे, डोंगरगढ़ स्टेशन में 17 कैमरे, राजनांदगांव चांपा स्टेशन में 12 कैमरे, बालाघाट स्टेशन में 12 कैमरे, छिंदवाड़ा स्टेशन में 8 कैमरे, रामटेक स्टेशन में 03 कैमरे, चांदाफोर्ट स्टेशन में 06 कैमरे एवं तिरोड़ा स्टेशन में 05 कैमरे शामिल है।

इन कैमरों की मदद से आपराधिक एवं संदिग्ध गतिविधियों की रोकथाम के साथ स्टेशनों पर यात्रियों के छूटे हुए सामानों की बरामदगी में भी सहायता मिल रही है। इसके अतिरिक्त संदिग्धों एवं अपराधियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने तथा विवाद सुलझाने में कैमरे के फुटेज साक्ष्य के तौर पर उपयोग में लाये जा रहे है। साथ ही साथ रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले शरारती तत्वों और रेल में अपराध करने वालों पर भी अंकुश लगाने में क्लोज सर्किट टेलीविजन (सीसीटीवी) कैमरे महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

यात्रियों विशेषतया महिला यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु ‘मेरी सहेली’ अभियान चलाई गई है। इस अभियान के तहत रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की टीम ट्रेन में सफर कर रही महिला यात्रियों के पास जाकर उनसे बात करती है। अगर महिला यात्री को किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर उसे तुरंत हल किया जाता है। इसके अलावा यात्रियों को एक हेल्पलाइन लाइन नम्बर भी दिया गया है जिस पर शिकायत करने पर तुरंत एक्शन लिया जाता है ।

महिला यात्रियों की सुविधा, सुरक्षा व सम्मान की सार्थक पहल के लिए महत्वपूर्ण स्टेशनों में ‘अक्षिता’ सेफ बबल का सफल प्रयोग व क्रियान्वयन किया गया है, जो कि प्लेटफार्म पर प्रतीक्षारत महिला यात्रियों के लिए सुरक्षित व सुविधापूर्ण स्थान उपलब्ध कराता है । इसके अतिरिक्त प्रतिदिन यात्रा करने वाली महिलाओं के लिए तेजस्विनी वाट्सएप ग्रूप का सफल संचालन किया जा रहा है । यात्रियों की सुरक्षित एवं संरक्षित यात्रा दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसे सुनिश्चित करने हेतु निरंतर नई तकनीक का समावेश किया जा रहा है ।