दंतेवाड़ा/बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में इन दिनों लगातार नक्सलियों के उत्पात की खबर सामने आ रही है। बस्तर के क्षेत्रों में नक्सली लगातार अटैक कर रहे हैं। वहीं जवानों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक दंतेवाड़ा से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां पुलिस ने दंतेवाड़ा के हिरोली सड़क से 10 किलो की कमांड IED बरामद की गई।

बता दें कि नक्सलियों ने दंतेवाड़ा में जवानों को बड़ा नुकसान पहुंचाने के लिए कई IED प्लांट कर रखा था। जिसे सर्चिंग के दौरान जवानों ने बरामद किया। मौके पर कमांड IED को डिफ्यूज़ किया गया।

माओवादियों ने मोबाइल टावर को किया आग के हवाले

लेकिन नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ का एक और जिला बीजापुर में नक्सलियों ने एक बार फिर तांडव मचाया। माओवादियों ने मुडवेंडी में मोबाइल टावर को आग के हवाले कर दिया। टावर में आग लगने के बाद पूरे इलाके में मोबाइल नेटवर्क बंद हो गया है।

ग्रामीणों का कहना है कि मोबाइल टावर मुडवेंडी के कुटरु मार्ग पर लगा था। बड़ी संख्या में माओवादी कुटरु पहुंचे और टावर को आग के हवाले कर दिया। आगजनी की घटना की जिम्मेदारी नक्सलियों के पश्चिम बस्तर डीविजन ने ली है। टावर में आगजनी की खबर मिलने के बाद जवानों ने इलाके में सर्चिंग तेज कर दी है।

नक्सली पर्चा फेंककर हो गए फरार

मोबाइल टावर में आग लगाने के बाद मौके पर नक्सली पर्चा फेंककर फरार हो गए। नक्सलियों ने पर्चे के जरिए ग्रामीणों और आदिवासियों के शोषण का आरोप लगाया। नक्सलियों के बस्तर डिवीजनल कमेटी ने कहा कि विकास के नाम पर गरीबों का उत्पीड़न किया जा रहा है। टावर में आग लगाने की घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है। टावर में आगजनी की सूचना मिलते ही पलिस की टीम भी मौके पर पहुंची। पुलिस की टीम अब जंगल में नक्सलियों के धरपकड़ की कोशिश कर रही है।

मोबाइल टावर में आगजनी के बाद से इलाके में मोबाइल सिग्नल मिलने बंद हो गए हैं। बस्तर में संपर्क का एक बड़ा माध्यम किसानों और गांव वालों के बीच मोबाइल ही है। नक्सली बार बार विकास के संसाधनों को ही निशाना बना रहे हैं। नक्सलियों को हमेशा डर रहता है कि मोबाइल फोन के जरिए उनकी सूचना जवानों तक नहीं पहुंचे। गांंव वाले भी नक्सलियों के मंसूबे भांप चुके हैं। बस्तर के अंदरुनी इलाकों में रहने वाले ग्रामीण भी अब विकास चाहते हैं।