0 मृतकों में दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी मेंबर रणधीर भी शामिल

दंतेवाड़ा। जिला दंतेवाड़ा और बीजापुर के सरहदी क्षेत्र लोहागांव पुरंगेल एंड्री के जंगल की पहाड़ी में सोमवार को मुठभेड़ हुई। पुलिस नक्सली मुठभेड़ में 9 सशस्त्र वर्दीधारी नक्सली ढेर हुए थे। इन सभी नक्सलियों की शिनाख्त हो गई है। मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों में दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी रणधीर (25 लाख) और 5 पांच लाख इनामी ACM, Andhra-Odisha Border, स्पेशल जोनल कमेटी सदस्य , दरभा डिवीज़न सदस्य सहित पश्चिम बस्तर और दरभा डिवीजन और PLGA कंपनी नंबर 2 के अन्तर्गत कुल 59 लाख से ज्यादा के इनामी नक्सली के रूप में पहचान हुई है। पुलिस ने मुठभेड़ में बड़ी संख्या में अन्य नक्सलियों के मारे जाने अथवा घायल होने की संभावना भी जताई है।

कई हथियार किये गए बरामद

इस दौरान मौके से SLR 01 नग, 303 रायफल 02 नग, देशी कार्बाइन (9mm) 01 नग, 8mm rifle 01 नग,315 बोर राइफल 01 नग, 12 बोर राइफल 02 नग, बीजीएल लांचर 01 नग, भरमार बंदुक 02 नग सहित भारी मात्रा में विस्फोटक सामान व अन्य नक्सली दैनिक उपयोगी सामग्री बरामद किये गए।

पुलिस अधीक्षक, दंतेवाड़ा गौरव राय द्वारा बताया गया कि जिला दंतेवाड़ा एवं बीजापुर सीमावर्ती क्षेत्र अंतर्गत जिला दंतेवाड़ा के थाना किरंदुल अंतर्गत लोहागाँव, पुरंगेल, एंड्री के जंगल पहाड़ी में पश्चिम बस्तर एवं दरभा डिवीजन के साथ PLGA कंपनी नंबर 2 के माओवादियो की उपस्थिति की सूचना प्राप्त होने पर दंतेवाड़ा डीआरजी /बस्तर फ़ाईटर्स और CRPF 111 एवं 230 वाहिनी की Young Platoon की संयुक्त पुलिस पार्टी सर्चिंग अभियान पर गई थी।

अभियान के दौरान दिनांक 03.09.2024 को प्रातः करीबन 10:30 बजे से पश्चिम बस्तर डिवीजन और दरभा डिविजन क्षेत्रान्तर्गत दंतेवाड़ा बीजापुर सीमावर्ती क्षेत्र के लोहागाँव पुरंगेल एंड्री के जंगल पहाड़ी में माओवादियों द्वारा सुरक्षा बलो को जान से मारने व हथियार लूटने की नियत से अंधाधुंध फायरिंग किया गया।

पुलिस पार्टी द्वारा तत्काल पोजीशन लेकर आत्मसमर्पण हेतु आवाज दिया गया। आत्मसमर्पण की बात को नक्सलियों ने अनसुना करते हुए और अधिक मात्रा में फायरिंग करने लगे। पुलिस पार्टी के पास आत्मसुरक्षार्थ फायरिंग के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं होने पर सुरक्षा बलों द्वारा मौके पर पोजिशन लेकर जवाबी फायरिंग किया गया इसके बाद रूक-रूक कर अलग-अलग टीमों के साथ लगातार मुठभेड़ हुआ। बाद खुद को घिरता देखकर नक्सली जान बचाकर घने जंगलो व पहाड़ियों की आड़ लेकर भाग गये।

मृतकों में 6 महिला माओवादी शामिल

फायरिंग बंद होने पर सभी टीमों द्वारा अपने-अपने दिये गये टॉस्क क्षेत्र में सर्चिंग करने पर घटना स्थल के अलग-अलग स्थानों से 06 महिला सशस्त्र वर्दीधारी माओवादी सहित 09 सशस्त्र वर्दीधारी माओवादी का शव तथा शव के पास से SLR 01 नग, 303 रायफल 02 नग, देशी कार्बाइन (9mm) 01 नग, 8mm rifle 01 नग,315 बोर राइफल 01 नग, 12 बोर राइफल 02 नग, बीजीएल लांचर 01 नग, भरमार बंदुक 02 नग सहित भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ और अन्य नक्सली दैनिक उपयोगी सामान बरामद हुआ। घटना स्थल में और भी खून के धब्बे दिखाई दिये जिससे प्रतीत होता है कि इस मुठभेड़ में बडी संख्या में अन्य माआवेदियों के घायल अथवा मारे जाने की संभावना है।

मारे गये नक्सलियों के नाम व पद

उप पुलिस महानिरीक्षक दंतेवाड़ा कमलोचन कश्यप ने बताया कि इस ऑपरेशन के उपरांत नक्सलियों के गढ़ रहे पश्चिम-बस्तर और दरभा डिवीजन के माओवादियों में भय का माहौल व्याप्त है। क्षेत्र को नक्सली शीर्ष नेतृत्व अपना सुरक्षित ठिकाना मानते है। नक्सली नेतृत्व इस ऑपरेशन उपरांत ग्रामीणों एवं अपने निचले कैडर को दोषारोपण कर रहे हैं। सुरक्षा बलों का नक्सलियों के अटैकिंग फोर्स के स्तम्भ के ऊपर यह कड़ा प्रहार है।

‘विकास और शांति प्रमुख लक्ष्य’

उप पुलिस महानिरीक्षक सीआरपीएफ दंतेवाड़ा राकेश कुमार ने बताया कि दुर्गम जंगल एवं विकट भौगोलिक परिस्थितियों में रहने वाले मूल निवासियों को नक्सलवादी विचारधारा से बचाना और उन्हें माओवादी सिद्धांतों के आकर्षण से बाहर निकलना ही हमारा मुख्य उद्देश्य है, ताकि क्षेत्र में विकास एवं शांति कायम हो सके। हम उन सभी मूलवासियों से जो बाहरी विचारधारा और बाहर के नक्सली नेताओं के गलत प्रभाव में फंस गये हैं, अपील करते हैं कि वे नक्सलवाद एवं नक्सली विचारधारा को त्याग कर शासन की आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति को अपनाकर समाज के मुख्य धारा से जुड़े और हथियार और नक्सलवादी विचारधारा का पूर्णतः त्याग व विरोध करें।

अब तक मारे गए 153 नक्सली

पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. ने बताया कि- प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करने के उद्देश्य से स्थानीय जिला पुलिस बल, डीआरजी तथा केन्द्रीय अर्धसैनिक बलों द्वारा आपसी बेहतर तालमेल एवं रणनीति के साथ काम करने के परिणाम स्वरूप वर्ष 2024 में बस्तर संभाग अंतर्गत की जा रही नक्सल विरोधी अभियान के दौरान अब तक कुल 153 नक्सलियों के शव बरामद, 669 गिरफ्तार एवं 656 नक्सलियों द्वारा आत्मसमर्पण किया गया है।