टीआरपी डेस्क। वैलेंटाइन वीक के तीसरे दिन यानी 9 फरवरी को हर साल चॉकलेट डे मनाया जाता है। यह दिन सिर्फ एक मीठे तोहफे के लेन-देन का अवसर नहीं है, बल्कि यह प्यार, स्नेह और रिश्तों में मिठास घोलने का भी प्रतीक है। इस दिन लोग अपने प्रियजनों, दोस्तों या पार्टनर को चॉकलेट देकर अपनी भावनाओं का इज़हार करते हैं। चॉकलेट को प्रेम और खुशी का प्रतीक माना जाता है, इसलिए इसे वैलेंटाइन वीक में खास जगह दी गई है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि चॉकलेट डे मनाने की परंपरा कब और कैसे शुरू हुई? आइए जानते हैं इसका इतिहास, महत्व और वजह।

चॉकलेट डे का इतिहास

चॉकलेट की शुरुआत लगभग 2000 साल पहले मध्य अमेरिका और मैक्सिको में हुई थी, जब कोको के बीजों को पीसकर तीखा पेय बनाया जाता था। प्राचीन काल में चॉकलेट को बेहद कीमती माना जाता था और इसे ऊर्जा व शक्ति का स्रोत समझा जाता था।

16वीं शताब्दी में जब स्पेनिश खोजी अमेरिका पहुंचे, तो वे कोको को यूरोप लेकर गए। वहां इसे मीठे रूप में तैयार किया गया और धीरे-धीरे यह प्रेम और खुशी से जुड़ने लगा। चॉकलेट प्रेम प्रस्तावों और खास मौकों का अहम हिस्सा बन गई। वैलेंटाइन वीक में इसे शामिल करने का उद्देश्य था—रिश्तों में मिठास लाना और प्यार को मीठे स्वाद से जोड़ना।

चॉकलेट डे का महत्व

  • रिश्तों में मिठास: चॉकलेट का मीठा स्वाद प्यार और दोस्ती को मजबूत करने का प्रतीक है।
  • मूड बूस्टर: वैज्ञानिक रूप से चॉकलेट सेरोटोनिन और डोपामाइन नामक “हैप्पी हार्मोन” को बढ़ाती है, जो मूड को अच्छा बनाते हैं और तनाव कम करते हैं।
  • इमोशनल बॉन्डिंग: अगर आप किसी से अपनी भावनाएं व्यक्त करना चाहते हैं, तो चॉकलेट एक बेहतरीन जरिया हो सकती है। यह दोस्ती और प्यार की शुरुआत करने में मदद कर सकती है।
  • तनाव कम करने में सहायक: रिसर्च बताती है कि चॉकलेट खाने से स्ट्रेस कम होता है, इसलिए इसे गिफ्ट करके आप अपने पार्टनर या दोस्तों को अच्छा महसूस करा सकते हैं।

कैसे मनाएं चॉकलेट डे?

  • अपने पार्टनर, दोस्त या परिवार के सदस्यों को उनकी पसंदीदा चॉकलेट गिफ्ट करें।
  • घर पर खास चॉकलेट डिश बनाकर अपने प्रियजनों को सरप्राइज़ दें।
  • अगर आप किसी को पसंद करते हैं, तो चॉकलेट देकर अपनी फीलिंग्स एक्सप्रेस कर सकते हैं।