नेशनल डेस्क। असम में कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ गोगोई और एक पाकिस्तानी नागरिक अली तौकीर शेख के बीच संबंधों को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। असम पुलिस ने सोमवार को शेख के खिलाफ एफआईआर दर्ज की, जिसमें आईपीसी और यूएपीए की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने इस कार्रवाई की पुष्टि की और मामले की गहन जांच के संकेत दिए हैं।

मुख्यमंत्री सरमा के अनुसार, अली तौकीर शेख के पाकिस्तान सरकार और वहां के राजनयिक हलकों से गहरे संबंध हैं, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चिंता का विषय है। आरोप है कि एलिजाबेथ गोगोई के साथ उनके संपर्क संदिग्ध रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि ब्रिटिश नागरिक एलिजाबेथ ने अब तक भारत की नागरिकता क्यों नहीं ली।

बता दें रविवार को कैबिनेट ने इस पर फैसला किया और सोमवार को भारत में विदेशी हस्तक्षेप की बढ़ती चिंताओं के बीच ये कदम उठाया गया है। आरोप है कि शेख और एलिजाबेथ के संपर्क में है।

पाकिस्तानी नागरिक पर देशविरोधी गतिविधियों का शक

मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा के अनुसार, ब्रिटिश नागरिक एलिजाबेथ गोगोई ने इस्लामाबाद में रहने के दौरान एक पाकिस्तान कटरपंथी संगठन के साथ काम किया था। अली तौकीर शेख के पाकिस्तानी सरकार और राजनयिक हलकों में गहरे संबंध हैं, जो विशेष चिंता का विषय है। असम के मुख्यमंत्री ने ये सवाल भी उठाया कि गोगोई की पत्नी ने अब तक भारत की नागरिकता क्यों नहीं ली है।

कैबिनेट के फैसले के बाद एफआईआर

मुख्यमंत्री ने कहा, ”कल लिए गए कैबिनेट के फैसले के अनुसरण में, असम पुलिस ने एक एफआईआर दर्ज की है। इसे अली तौकीर शेख और अज्ञात अन्य के खिलाफ सीआईडी ​​पीएस केस नंबर 05/2025 यू/एस 48/152/61/197(1) बीएनएस, 2023 आरडब्ल्यू सेक्शन 13(1) यूए(पी) एक्ट के तहत दर्ज किया गया है।” हालांकि, कुछ राजनेताओं ने केस दर्ज नहीं करने का अनुरोध किया था।

एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि असम मंत्रिमंडल ने यह पता लगाने के लिए एक व्यापक जांच का भी निर्देश दिया है कि क्या ये गतिविधियां किसी बड़ी साजिश का हिस्सा हैं. असम में किसी ऐसे समर्थक या सहयोगी की पहचान की जाए जो अली तौकीर शेख के भारत विरोधी एजेंडे में सहायता कर रहे हों. जांच में भारत में पाक नागरिक के नेटवर्क की जांच की जा सकती है.

देश में स्थित उन व्यक्तियों, संगठनों और सहयोगियों की जांच की जा सकती है, जिन्होंने भारत के खिलाफ उसकी कार्रवाइयों में सहायता की है। इस जांच के लिए केंद्र की संबंधित एजेंसियों और विभागों से प्रासंगिक सहायता और जानकारी मांगी जा सकती है। कैबिनेट का यह निर्णय शनिवार को मुख्यमंत्री के उस बयान के विपरीत है, जिसमें उन्होंने एफआईआर दर्ज किए जाने की बात कही थी।

कैबिनेट प्रस्ताव में कहा गया है कि अली तौकीर शेख की सोशल मीडिया गतिविधियों और सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध जानकारी की जांच के बाद ऐसा प्रतीत होता है कि वो ब्रिटिश नागरिक एलिजाबेथ गोगोई के संपर्क में रहा है। पाकिस्तान सरकार के साथ अपने कनेक्शन के अलावा शेख ने जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में काम करने वाले एक संगठन एलईएडी की भी स्थापना की है।