बीजापुर। छत्तीसगढ़ में नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षाबलों का बढ़ता दबाव और ‘नियद नेल्ला नार’ योजना के तहत हो रहे विकास कार्यों और संगठन के भीतर बढ़ते आंतरिक कलह की वजह से नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं। इसी के तहत चार इनामी माओवादियों समेत कुल 9 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ने का फैसला किया।

आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों में —
- 8 लाख का इनामी PLGA बटालियन क्षेत्र में सक्रिय माओवादी
- 5 लाख का इनामी AOB डिवीजन में कार्यरत एसीएम
- 5-5 लाख के दो इनामी जगरगुंडा एरिया कमेटी एवं दक्षिण सब जोनल ब्यूरो से जुड़े एसीएम
आत्मसमर्पित माओवादियों ने कहा कि वे समाज के मुख्यधारा में जुड़कर स्वच्छंद रूप से पारिवारिक जीवन जीना चाहते है। आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में जुड़ने वाले सभी माओवादियों को प्रोत्साहन स्वरूप 25-25 हजार रुपए नगद राशि प्रदान किया गया।
बता दें वर्ष 2024 में माओवादी कैडर के छोटे-बड़े 189 माओवादी का आत्मसमर्पण, 58 माओवादियों का मारे जाने के साथ 503 माओवादियों के गिरफ्तार होने से माओवादी संगठन कमजोर होते जा रहा है। वर्ष 2025 में अब तक 40 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है, 101 माओवादी गिरफ्तार हुए हैं, और 56 माओवादी अलग-अलग मुठभेड़ में मारे गए हैं।