‘राजधानी के एक भी घर में 24 घंटे पानी नहीं पहुंच सका’

रायपुर। प्रदेश की राजधानी रायपुर में अमृत मिशन योजना के कार्यों में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए भाजपा विधायकों ने पीएचई मंत्री अरूण साव को जमकर घेरा। इन्होने आरोप लगाया कि करोड़ों रूपए खर्च करने के बाद भी राजधानी के किसी भी घर में 24 घंटे पानी नहीं पहुंच पाया है। पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा कि वो नल जल कनेक्शन योजना में अनियमितता की जानकारी समीक्षा बैठक में दे चुके हैं। इस पूरे मामले में स्पीकर डॉ. रमन सिंह के हस्तक्षेप के बाद पीएचई मंत्री ने जांच का आश्वासन दिया है।

‘अधूरा छोड़ दिया गया कार्य को’

प्रश्नकाल में भाजपा विधायक मोतीलाल साहू ने रायपुर नगर निगम के वार्डों में अमृत मिशन योजना के कार्यों में गड़बड़ी का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि अमृत मिशन की जल प्रदाय योजना के जरिए 45 वार्डों में नल-जल कनेक्शन का कार्य होना था। साहू ने बताया कि पाइप लाइन बिछाने के लिए सड़कों की खुदाई की गई। बाद में कार्यों को अधूरा छोड़ दिया गया। उन्होंने कहा कि इन वार्डों में जलापूर्ति आज तक नहीं हो पाई है। भाजपा सदस्य ने पूरी योजना में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।

दूसरी योजनाओं से भी पानी की सप्लाई का इंतजाम

पीएचई मंत्री ने बताया कि नगर निगम के 70 वार्डों में से 20 वार्डों में अमृत मिशन योजना के जरिए पानी सप्लाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि 2 लाख 60 हजार 255 मकान हैं। इनमें से 1 लाख 95 हजार 964 नल कनेक्शन पहुंचाए जा चुके हैं। छह वार्डों में स्मार्ट सिटी, और 12 वार्डों में अमृत मिशन, स्मार्ट सिटी, और पीएचई मिलाकर नल के कनेक्शन दिए जा चुके हैं और पानी की सप्लाई हो रही है।

उन्होंने कहा कि 13 वार्डों में नल के कनेक्शन नहीं हुए हैं। और 19 वार्डों में आंशिक रूप से नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं। साव ने माना कि रायपुर ग्रामीण में दो जगह पानी टंकी बने हैं, लेकिन नल कनेक्शन का कोई प्रावधान नहीं था। उन्होंने कहा कि 2016-17 के सर्वे के आधार पर अमृत मिशन की योजना बनी थी। इसके बाद अलग परिस्थितियां बन गई है। चूंकि यह योजना बंद हो चुकी है। छोटे शहरों के लिए चल रही है। ऐसे में फिर से सर्वे कराकर योजना पर काम शुरू करने पर विचार करेंगे।

योजना हो गई बंद, पैसे के बंदरबांट का आरोप

भाजपा सदस्य मोतीलाल साहू, मंत्री के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए। उन्होंने कहा कि अभी भी क्षेत्रों में काम अधूरे पड़े हैं। ऐसे में कैसे सर्वे कराया जा सकता है। इस पर हस्तक्षेप करते हुए स्पीकर ने कहा कि मंत्रीजी ने सर्वे कराकर अधूरे काम को पूरा करने की बात कही है। पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने सवाल उठाया कि राजधानी रायपुर की 30 लाख आबादी है। यहां के 70 वार्डों में से एक वार्ड भी बता दें कि जहां पानी पहुंच गया है? उन्होंने कहा कि करीब 411 करोड़ की नल-जल योजना की डीपीआर तैयार करने से पहले सर्वे कराया गया है? मूणत आरोप लगाया कि पाईप लाइन की ओवर लैपिंग हो रही है। पैसे का बंदरबांट किया गया है। ऐसे एक भी घर नहीं है जहां 24 घंटा पानी सप्लाई हो रही हो। पीएचई मंत्री ने कहा कि सर्वे कराकर पाइप लाइन बिछाए गए।