10 दिनों में सभी स्वीकृत आवेदनों की प्रक्रिया होगी पूर्ण, सौर समाधान मोबाइल एप से शिकायतों के त्वरित समाधान पर विशेष बल

छत्तीसगढ़ में अक्षय ऊर्जा क्रांति- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की प्राथमिकता

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ को ग्रीन एनर्जी स्टेट बनाने का संकल्प लिया गया है। इस दिशा में छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) तेजी से कार्य कर रहा है, ताकि ग्रामीण इलाकों में सौर ऊर्जा संचालित सिंचाई पंप और अन्य सुविधाओं का लाभ उपलब्ध कराया जा सके। इसी क्रम में क्रेडा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजेश सिंह राणा ने शनिवार को एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।

बैठक में प्रदेशभर के क्रेडा जोनल कार्यालयों के कार्यपालन अभियंता और जिला कार्यालयों के जिला प्रभारी/सहायक अभियंता वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े। बैठक का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में संचालित सौर सुजला योजना की प्रगति की समीक्षा करना और वित्तीय वर्ष की समय-सीमा के भीतर सभी लंबित कार्यों को पूरा करने के निर्देश देना था। इस दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के अक्षय ऊर्जा क्षेत्र को लेकर स्पष्ट दृष्टिकोण पर भी चर्चा की गई।

हमारी सरकार की सर्वोत्तम प्राथमिकता छत्तीसगढ़ को अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है। सौर ऊर्जा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने का सबसे बड़ा माध्यम है। सौर सुजला योजना के माध्यम से हर किसान को सिंचाई की सुविधा मिलना सुनिश्चित किया जाएगा। मुख्यमंत्री की इन प्राथमिकताओं को मूर्त रूप देने के लिए समीक्षा बैठक में कई ठोस निर्णय लिए गए।

पंचायत चुनाव आचार संहिता से धीमी हुई परियोजनाओं की गति
बैठक में यह पाया गया कि राज्य में हाल ही में संपन्न हुए पंचायत चुनावों की आदर्श आचार संहिता के कारण क्रेडा द्वारा संचालित कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं की गति धीमी हो गई थी। अब, चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने के बाद, क्रेडा को निर्धारित समय सीमा में अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए तेजी से कार्य करना होगा।

चूंकि वित्तीय वर्ष की समय-सीमा नजदीक है, सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे त्वरित गति से कार्य करें और लंबित परियोजनाओं को शीघ्र पूरा करें।

सौर सुजला योजना के तहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश
सौर सुजला योजना के तहत राज्य के विद्युतहीन किसानों को सिंचाई के लिए सौर ऊर्जा आधारित पंप प्रदान किए जाते हैं। इस योजना के तहत अब तक 4,274 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिन्हें जल्द से जल्द स्वीकृत करने की आवश्यकता है। बैठक में सीईओ राजेश सिंह राणा ने स्पष्ट किया कि 5 मार्च 2025 तक सभी 4,274 आवेदनों को स्वीकृति दी जाएगी। सभी जिला स्तरीय समितियों को यह निर्देश दिया गया कि वे जिला कलेक्टरों के अनुमोदन के साथ जाति प्रमाण पत्रों की जांच शीघ्र पूरी करें। परियोजना कार्य में रुचि नहीं दिखाने वाली इकाइयों के अनुबंध तत्काल निरस्त किए जाएं। वहीं, स्वीकृत आवेदनों के तहत सभी सोलर पंपों की स्थापना अगले 10 दिनों में पूरी की जाए।

स्थानीय प्रशासन यह सुनिश्चित करेगा कि किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। बैठक में यह भी निर्देश दिए गए कि यदि किसी योजना के कार्यान्वयन में वित्तीय या तकनीकी बाधाएं आ रही हैं, तो उन्हें प्राथमिकता से हल किया जाए।

सौर समाधान मोबाइल एप- अब समस्याओं का समाधान होगा त्वरित और प्रभावी
अब कोई भी शिकायत लंबित नहीं रहेगी।

  • 7 दिनों में हल होंगी मामूली समस्याएं।
  • 15 दिनों में बड़ी समस्याएं सुलझेंगी।
  • सभी शिकायतों की कार्रवाई सौर समाधान पोर्टल पर अपडेट होगी।
  • जिला और जोनल अधिकारियों की कार्य दक्षता का मूल्यांकन उनकी समस्या समाधान गति के आधार पर होगा।

क्रेडा सीईओ का स्पष्ट संदेश
सौर ऊर्जा परियोजनाओं से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान त्वरित रूप से किया जाए। किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके लिए सभी जिला अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे सौर समाधान एप पर दर्ज शिकायतों की नियमित समीक्षा करें और उनका शीघ्र समाधान सुनिश्चित करें।

क्रेडा की प्राथमिकता- अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं का समयबद्ध क्रियान्वयन
क्रेडा का मुख्य उद्देश्य राज्य में अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करना और अधिक से अधिक किसानों को इसका लाभ पहुंचाना है। समीक्षा बैठक में स्पष्ट किया गया कि सौर ऊर्जा से संबंधित योजनाओं को बिना किसी देरी के तय समय सीमा में पूरा किया जाए। जिला अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में चल रही परियोजनाओं की निगरानी करें और नियमित रूप से रिपोर्ट प्रस्तुत करें। अगर किसी योजना के कार्यान्वयन में कोई बाधा आ रही है, तो उसे तुरंत क्रेडा के प्रधान कार्यालय को सूचित किया जाए ताकि समाधान निकाला जा सके।

अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ की बढ़ती उपलब्धियां
छत्तीसगढ़ राज्य सौर ऊर्जा के क्षेत्र में लगातार नई ऊंचाइयों को छू रहा है। राज्य सरकार द्वारा सौर सुजला योजना के तहत हजारों किसानों को लाभान्वित किया जा चुका है। क्रेडा के माध्यम से प्रदेश के दूरदराज के गांवों में भी सौर ऊर्जा पहुंचाई जा रही है। इस योजना के तहत किसानों को सौर ऊर्जा से चलने वाले पंपों की सुविधा देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। राज्य सरकार की प्राथमिकता है कि छत्तीसगढ़ अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो।

इस समीक्षा बैठक के माध्यम से राज्य के किसानों को शीघ्र लाभ पहुंचाने और अक्षय ऊर्जा संसाधनों के अधिकतम उपयोग की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए।