टीआरपी डेस्क। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ बयानबाजी केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को महंगी पड़ती दिखाई दे रही है। शिवसैनिकों ने मंगलवार को महाराष्ट्र के 17 शहरों में उनके खिलाफ प्रदर्शन किया। नासिक में बीजेपी कार्यालय पर पत्थरबाजी की गई तो वहीं मुंबई में राणे के घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे शिवसैनिकों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।

सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री के खिलाफ पुणे, रायगढ़ और नासिक में FIR दर्ज हो गई है। पुणे और नासिक पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए वारंट भी जारी कर दिया है।
राणे राज्यसभा सांसद हैं, इसलिए पुलिस को प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। गिरफ्तारी के बाद इसकी जानकारी राज्यसभा अध्यक्ष और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को दी जाएगी। पुलिस यह जानकारी उन्हें हिंदी या अंग्रेजी में देगी।
#WATCH | Maharashtra: A group of Shiv Sena workers pelt stones at BJP party office in Nashik & raise slogans against Union Minister Narayan Rane.
The Union Minister and BJP leader had given a statement against CM Uddhav Thackeray yesterday. pic.twitter.com/Y3A3cWZbTa
— ANI (@ANI) August 24, 2021
क्या कहा था नारायण राणे ने?
नारायण राणे से सोमवार को महाड में पत्रकारों ने सवाल पूछा था कि स्वतंत्रता दिवस के दिन दिए भाषण में CM उद्धव ठाकरे अमृत महोत्सव या हीरक महोत्सव को लेकर कंफ्यूज दिखे। इस पर नारायण राणे ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा था, ‘देश को आजादी मिले हुए कितने साल हो चुके हैं… अरे हीरक महोत्सव क्या? मैं होता तो कान के नीचे लगाता।’ उन्होंने आगे कहा था कि स्वतंत्रता दिवस के बारे में आपको मालूम नहीं होना चाहिए? कितनी गुस्सा दिलाने वाली बात है यह। सरकार कौन चला रहा है, यह समझ ही नहीं आ रहा है।’ राणे जब इस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे तब उनके साथ विधान परिषद के विपक्षी नेता प्रवीण दरेकर भी वहां मौजूद थे।

मैं एक केंद्रीय मंत्री हूं, मुझे कानून पूरी तरह से पता है
पुलिस द्वारा जारी वारंट पर नारायण राणे ने कहा कि मुझे कोई भी आधिकारिक जानकारी इस संबंध में नहीं है। पुलिस की ओर से कोई भी नोटिस मुझे नहीं मिला है। मैंने कोई गुनाह नहीं किया है और न ही किसी FIR की मुझे जानकारी है। मैं एक केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा का सांसद हूं, इसलिए कानून क्या है यह मुझे अच्छी तरह से पता है।
उद्धव को बोलने का अधिकार भी है क्या?
कोरोना का हवाला देते हुए नारायण राणे ने आगे कहा, “महाराष्ट्र में एक लाख से ज्यादा लोगों की मौतें हो गईं। उसके नियंत्रण के लिए कोई योजना नहीं, उपाय नहीं, वैक्सीन नहीं, डॉक्टर नहीं, चिकित्सा कर्मचारी नहीं। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग की स्थिति भयावह है। इन्हें बोलने का अधिकार भी है क्या? इन्हें बगल में एक सेक्रेट्री रखना चाहिए और सलाह लेकर बोलना चाहिए।”
राणे के खिलाफ 3 FIR दर्ज
राणे के बयान को लेकर नासिक के शिवसेना पदाधिकारी सुधाकर बडगुजर ने नासिक के महाड़ पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज करवाई थी। अपनी शिकायत में सुधाकर ने कहा कि उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री और एक संवैधानिक पद पर आसीन हैं, इसलिए उनके बारे में दिया गया बयान पूरे राज्य का अपमान है। सुधाकर की शिकायत पर नारायण राणे के खिलाफ धारा 500, 502, 505 और 153 (ए) के तहत अपराध दर्ज किया गया है।
राणे के खिलाफ मुंबई में लगे ‘मुर्गी चोर’ के पोस्टर
नारायण राणे के इस बयान के बाद रातोंरात मुंबई के दादर इलाके में शिवसैनिकों ने राणे के खिलाफ पोस्टर लगा दिया। पोस्टर में नारायण राणे की तस्वीर के साथ ‘कोबंडी चोर’ यानी ‘मुर्गी चोर’ लिखा हुआ था।
नारायण राणे को जल्द गिरफ्तार करने की खबरों पर उनके बेटे नीतीश राणे ने सोशल मीडिया में लिखा, ‘खबर है कि युवा सेना के सदस्यों को हमारे जूहू आवास के बाहर इकट्ठा होने को कहा गया है। या तो मुंबई पुलिस उन्हें वहां जाने से रोके या फिर जो कुछ भी वहां होता है वह हमारी जिम्मेदारी नहीं होगी। शेर की मांद में जाने की हिम्मत न करो। हम इंतजार कर रहे होंगे।’
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