Bastar of malaria free Chhattisgarh campaign
राज्य शासन के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, छत्तीसगढ़ द्वारा संचालित इस अभियान के अंतर्गत इस बार 21 जिलों में 20 लाख 43 हजार से अधिक लोगों की मलेरिया जांच का लक्ष्य है।

रायपुर। राज्य शासन के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, छत्तीसगढ़ द्वारा संचालित इस अभियान के अंतर्गत इस बार 21 जिलों में 20 लाख 43 हजार से अधिक लोगों की मलेरिया जांच का लक्ष्य है। अभियान के दौरान मितानिनों एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की टीम बस्तर संभाग में घर-घर पहुंचकर 11 लाख 37 हजार से अधिक लोगों की जांच करेगी। वहीं 14 अन्य जिलों में करीब नौ लाख छह हजार लोगों की मलेरिया जांच की जाएगी।

बस्तर संभाग के सातों जिलों में इस अभियान का चौथा चरण 15 जून से शुरू किया गया है। वहां अब तक दस लाख से अधिक लोगों की मलेरिया जांच की गई है जिनमें 8742 पॉजिटिव पाए गए हैं। मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम अब तक तीन लाख 16 हजार घरों में पहुंचकर 14 लाख 30 हजार लोगों की मलेरिया जांच कर चुकी है। इस दौरान पॉजिटिव पाए गए 9392 मरीजों का मौके पर ही इलाज शुरू किया गया है।

Bastar of malaria free Chhattisgarh campaign
मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान का बस्तर

नीति आयोग और यूएनडीपी ने की सराहना

बस्तर और सरगुजा संभाग में पूर्व में संचालित इस अभियान के अच्छे नतीजों को देखते हुए मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान को इस बार कुल 21 जिलों में विस्तारित किया गया है। सरगुजा संभाग के पांचों जिलों में मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान का दूसरा और प्रदेश के नौ अन्य जिलों में पहला चरण संचालित किया जा रहा है। पूर्व में मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान के नाम से चलाए गए इस अभियान के असर की सराहना नीति आयोग और यूएनडीपी ने भी की है।

दस लाख से भी अधिक की जा चुकी जांच

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला ने बताया कि बस्तर संभाग में मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के चौथे चरण में स्वास्थ्य विभाग की टीम अब तक दो लाख दस हजार 174 घरों में पहुंचकर दस लाख 658 लोगों की मलेरिया जांच कर चुकी है। इस दौरान पॉजिटिव पाए गए 8742 लोगों का तत्काल इलाज शुरू किया गया। अभियान के तहत अब तक बस्तर जिले में एक लाख 18 हजार 738, बीजापुर में एक लाख 60 हजार 927, दंतेवाड़ा में दो लाख 36 हजार 223, कांकेर में 61 हजार 468, कोंडागांव में 59 हजार 801, सुकमा में दो लाख 42 हजार 341 और नारायणपुर में एक लाख 21 हजार 160 लोगों की जांच की जा चुकी है। बस्तर जिले में 1319, बीजापुर में 1146, दंतेवाड़ा में 1215, कांकेर में 430, कोंडागांव में 371, सुकमा में 1083 और नारायणपुर में 3178 लोग मलेरियाग्रस्त पाए गए।

Bastar of malaria free Chhattisgarh campaign
Bastar of malaria free Chhattisgarh campaign

मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के दूसरे चरण वाले सरगुजा जिले में अब तक 44 हजार 188, सूरजपुर में 18 हजार 571, बलरामपुर-रामानुजगंज में 75 हजार 848, जशपुर में 70 हजार 721 और कोरिया में 26 हजार 917 लोगों की जांच की गई है। अभियान में पहली बार शामिल गरियाबंद जिले में अब तक 49 हजार 929, धमतरी में 49 हजार, कोरबा में 18 हजार 518, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 11 हजार 786, रायगढ़ में 4244, मुंगेली में 3556, राजनांदगांव में 19 हजार 823, कबीरधाम में 20 हजार 753 तथा बालोद में 15 हजार 397 लोगों की मलेरिया जांच की गई है। इन जिलों में स्वास्थ्य विभाग की टीम अब तक एक लाख छह हजार घरों में पहुंचकर चार लाख 29 हजार 252 लोगों की जांच कर चुकी है, जिनमें 650 पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें सरगुजा के आठ, बलरामपुर और कोरिया के 11-11, गरियाबंद के 110, धमतरी के 165, कोरबा, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही और मुंगेली के एक-एक, रायगढ़ के तीन, राजनांदगांव के 235, कबीरधाम के 74 और बालोद जिले के 30 मरीज शामिल हैं।

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