रायपुर। नया रायपुर में आईआईएम (IIM) को जमीन देने वाले अधिकारी एसएस बजाज पर निलंबन की गाज गिरने के बाद भाजपा के पूर्व मंत्री राजेश मूणत (Former Minister Rajesh Munat) ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है। मूणत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्य सरकार (State government) पर आरोप लगाते हुए कहा कि सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के फिर से कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने राजनीति के तहत एक कर्मठ और सीधे-साधे अफसर को बलि का बकरा बनाकर कार्यवाही कर दी है।

एक अफसर को बलि का बकरा बना दिया

उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने जिस स्थान पर शिलान्यास किया था, वह जमीन अभी भी सुरक्षित है और वहां गार्डन बना हुआ है। अचानक 8 महीने बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) को यह सुध इसलिए आई क्योँकि सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) फिर से चेयरमैन बन गयी हैं और उन्हें दिखाने के लिए एक अफसर को बलि का बकरा बना दिया गया।

तत्कालीन राज्य सरकार ने कैबिनेट के प्रस्ताव पर मुहर लगाई थी

राजेश मूणत (Rajesh Munat) ने कहा कि काड़ा की सिफारिश के बाद तत्कालीन राज्य सरकार ने कैबिनेट के प्रस्ताव पर मुहर लगाई थी। इसमें अधिकारी एसएस बजाज की कोई भूमिका नहीं थी। 2003 से नई राजधानी का शिलालेख रखा गया था। फिर 2004 में बीजेपी सरकार (BJP government) आने के बाद वहां काम शुरू हुआ। राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के जरिये कंसल्टेंसी नियुक्त की गयी। नया मंत्रालय, एचओडी बिल्डिंग समेत नया रायपुर में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप किया गया।

पूर्व मंत्री ने सरकार से विध्वंस की राजनीति न कर विकास की राजनीति करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में पीडब्ल्यूडी (PWD) और इरिगेशन के काम बंद है। सरकार की दिशा स्पष्ट नहीं है और वह सिर्फ गड़े मुर्दे उखाड़कर बदले की राजनीति कर रही है।

हाल ही में रायपुर के एक्सप्रेस-वे (Expressway) धंस जाने और उसकी गुणवत्ता पर कार्यवाही के सवाल पर पूर्व मंत्री मूणत (Former Minister Rajesh Munat) ने कहा कि ऐसी लापरवाही पर बिल्कुल कार्यवाही होना चाहिए। आश्चर्य है इतने दिन बीत जाने के बाद भी कार्यवाही क्यों नहीं की गयी। राज्य सरकार (State government) इस मामले की स्वतंत्र जांच एजेंसी से जांच कराएं, हम इसका स्वागत करते हैं।

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