भोपाल। मध्यप्रदेश में तीन दिन से जारी सियासी घमासान शुक्रवार को भी जारी रहा। शुक्रवार सुबह दिल्ली से लौटकर आए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सीधे कमलनाथ से मिलने मुख्यमंत्री आवास पहुंचे, जहां डंग के इस्तीफ के बाद भाजपा पर पलटवार करने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है।

कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों को भोपाल बुला लिया है और शाम को कमलनाथ विधायकों के साथ बैठक कर सकते हैं। साथ ही किसी भी विधायक को राजधानी नहीं छोड़ने के लिए कहा गया है।

कांग्रेस विधायक हरदीप सिंह डंग के इस्तीफा देने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सीएम हाउस में मीटिंग बुलाई है। इसमें सभी मंत्रियों के साथ बसपा विधायक रामबाई और दिग्विजय सिंह भी शामिल हैं। दमोह की पथरिया सीट से बसपा की विधायक रामबाई काफी समय से मंत्री पद की इच्छा सार्वजनिक मंचों से भी व्यक्त कर चुकी हैं। माना जा रहा है कि सीएम उन्हें मनाने के लिए मंत्री बना सकते हैं।

प्रदेश की राजनीति में आए सियासी संकट से निपटने के लिए कमलनाथ ने शुक्रवार को कैबिनेट की बैठक बुलाई। इसमें बजट को लेकर चर्चा होनी थी, लेकिन मंत्रियों ने यहां पर कहा कि आप हम सबके इस्तीफे ले लीजिए, लेकिन आपके साथ हैं। हालांकि कमलनाथ ने मंत्रियों को इस्तीफा देने से मना कर दिया। साथ ही मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर भी चर्चा की।

गायब होने की खबरों के बीच भाजपा विधायक बोले- फोन बंद था

दमोह के हटा से भाजपा विधायक पीएल तंतुवाय के गायब होने की खबरें भी आ रही थीं। दोपहर में वह सामने आए और बोले- मेरा मोबाइल डिस्चार्ज होने के कारण बंद हो गया था। मैं बाहर था, इसलिए किसी से संपर्क नहीं हो पा रहा था। मैं कहीं गायब नहीं हुआ हूं।

भाजपा में ही रहूंगाः संजय पाठक

विजयराघवगढ़ से भाजपा विधायक संजय पाठक ने शुक्रवार को एक वीडियो जारी कर कहा- मेरी राजनीतिक हत्या हो सकती है। मेरे बारे में भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है। मैं भाजपा में हूं और भाजपा में ही रहूंगा। मेरे साथ जो रहा है, वो प्रदेश की जनता देख रही है। गुरुवार को रात उनके सीएम हाउस जाने और कमलनाथ से मिलने की अटकलें लगाई जा रही थीं। संजय पाठक पहले कांग्रेस में रहे हैं। उनके पिता भी कांग्रेस जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि वह कांग्रेस के साथ आ सकते हैं। बुधवार को जबलपुर कलेक्टर ने उनकी दो खदाने सील कर दी थीं।

विधायकों को रुपयों का प्रलोभन दिया जा रहा

दिग्विजय सिंह ने कहा है कि भाजपा की सरकार में हुए हजार करोड़ के ई-टेंडरिंग घोटाले पर ईओडब्ल्यू का शिकंजा भाजपा नेताओं पर कसता जा रहा है। उन्होंने माध्यम में भी घोटाला किया है। उस पर एक एफआईआर हो गई है। अब वह छटपटा रहे हैं, इसलिए मनमाना पैसा देने का विधायकों को प्रलोभन दे रहे हैं।

भाजपा नेता दिल्ली में जुटे

दिल्ली में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के निवास पर भाजपा के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान, नरोत्तम मिश्रा, वीडी शर्मा, गोपाल भार्गव के साथ केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और प्रहलाद पटेल रणनीति बना रहे हैं। भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा ने दिल्ली में कहा- मप्र में गंदगी कांग्रेस ने फैलाई है और आरोप हम पर लगा रहे हैं। ये गलत है। दो विधायकों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस उन्होंने किया, लेकिन हम तो किसी विधायक लेकर मीडिया के सामने नहीं आए हैं। हम जोड़-तोड़ की राजनीति नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे एक पूर्व मंत्री और विधायक को धमकाया जा रहा है।

मंत्री प्रदीप जायसवास का यू-टर्न

मंत्री प्रदीप जायसवाल ने यू-टर्न लेते हुए कहा कि मीडिया ने मेरे बयान को तोड़मरोड़ कर पेश किया गया है। मेरा मुख्यमंत्री कमलनाथ से 20 साल का संबंध हैं। मैं हर मुश्किल घड़ी में उनके साथ खड़ा हूं। मैंने भाजपा की सरकार बनने पर उन्हें समर्थन देने की बात कही नहीं थी। हरदीप डंग के इस्तीफा की मुझे कोई जानकारी नहीं है।

मध्यप्रदेश विधानसभा पर एक नजर

कुल सीटें: 230
मौजूदा सदस्य संख्या: 228
विधानसभा अध्यक्ष को छोड़कर सदन में संख्या: 227  (भाजपा और कांग्रेस विधायकों के निधन से दो सीटें खाली)
बहुमत का आंकड़ा: 114

स्पीकर को छोड़कर और डंग का इस्तीफा स्वीकार होने पर कांग्रेस सहयोगियों पर निर्भर हो जाएगी

पार्टी                 सीटें
कांग्रेस              112
भाजपा             107
बसपा               02*
सपा                  01
निर्दलीय           04

* बसपा विधायक रामबाई पार्टी से निलंबित हैं।

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