गरियाबंद। समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी के दौरान किसानों से निर्धारित मात्रा से अधिक धान लिए जाने की शिकायत सही पाए जाने के बावजूद कार्रवाई नहीं करने के खिलाफ किसानों का धरना सफल रहा। मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन ने धन खरीदी केंद्र प्रभारी को निलंबित कर दिया और अतिरिक्त धान की रिकवरी भी प्रभारी से करने का आदेश जारी किया गया। मामला गरियाबंद जिले के बेलटुकरी स्थित धान खरीदी केंद्र से जुड़ा हुआ है।

मामले का ऐसे हुआ खुलासा
प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति बेलटुकरी द्वारा सरकारी धान की खरीदी की जा रही है। बीते 21 दिसम्बर को एक किसान अपना धान बारदानों में भरकर बकायदा तुलवाकर पहुंचा था, मगर केंद्र स्थित इलेक्ट्रॉनिक तौल मशीन में धान का वजन कम बताने लगा। किसान को इस पर आश्चर्य हुआ। उसने कुछ बोरों को बाहर ले जाकर दोबारा तुलवाया, तब वहां वजन सही आया। इससे यह खुलासा हो गया कि केंद्र की तौल मशीन में गड़बड़ी है।
गुस्साए किसानों ने दे दिया धरना
बेलटुकरी धान खरीदी केंद्र में जैसे ही तौल में गड़बड़ी का खुसाला हुआ, यहां मौजूद किसानों ने हंगामा खड़ा कर दिया। यहां धान के जितने भी ढेर थे उनमे से बोरों को निकाल कर तुलवाया गया। सभी में निर्धारित मात्रा से ज्यादा धान भरा हुआ था। किसानो ने आरोप लगाया कि यहां प्रति बोरी 40 किलो खरीदने के बजाय एक से डेढ़ किलो अधिक तौल कर लिया गया है, इस प्रकार 659 किसानों से 450 क्विंटल धान की लूट की गई है।

इसके बाद पीड़ित किसान अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के सचिव तेजराम विद्रोही के नेतृत्व में गुरुवार 23 दिसम्बर से अतिरिक्त धान वापस करने और जिम्मेदार फड़ प्रभारी खेलावन साहू को बर्खास्त करने की मांग को लेकर खरीदी केंद्र के मुख्य द्वार पर अनिश्चित कालीन धरना दे दिया, साथ ही धान उठाव को भी रोक दिया।
जांच में शिकायत की हुई पुष्टि
किसानों ने 5 दिनों तक धरना दिया और इस बीच SDM अविनाश भोई के निर्देश पर सहकारिता, खाद्य विभाग और नाप तौल विभाग के अधिकारियों, किसानों तथा जन प्रतिनिधियों की उपस्थिति में स्टेक में लगे बोरों की जांच की गई, तब भी अधिक धान का तौल होना पाया गया।
इस शर्त को लेकर हुआ समझौता
धरने के पांचवे दिन SDM अविनाश भोई के मार्गदर्शन में अधिकारियों ने किसानों की मांगों को लेकर चर्चा की। यहां माना गया कि किसानो से 2,71,600 रुपये मूल्य का 140 क्विंटल अतिरिक्त धान लिया गया। अधिकारियों के जांच प्रतिवेदन के आधार पर किसानों को औसतन 226 ग्राम प्रति बोरा धान की कीमत वापस की जाएगी। इसके लिए 12 जनवरी 2022 तक की तिथि तय की गयी है।

इस मामले में धान खरीदी केंद्र प्रभारी खेलावन साहू को निलंबित कर दिया गया, वहीं किसानों को अतिरिक्त धान की रकम का भुगतान भी उसे ही करने को कहा गया है। वैसे प्रदेश के अधिकांश धान खरीदी केंद्र में किसानो से प्रति बोरा अतिरिक्त धान अलग-अलग बहाने से ले ही लिया जाता है, मगर जब से किसानो की जागरूकता बढ़ी है तब से इस तरह की धोखाधड़ी पर कुछ अंकुश लगा है। अब खरीदी केंद्रों में तौल मशीन को सेट करके खरीदी में गड़बड़ी की जा रही है।
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