TRP डेस्क : पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए चुनावी रैली को संबोधित करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पठानकोट पहुँचे। यहाँ उन्होंनें ऐलान किया कि, हम संतों और गुरुओं की वाणी पर चलकर ‘नवा पंजाब’ का निर्माण करेंगे। बता दें प्रदेश के विकास के साथ ‘नवा’ शब्द पहले ही काफी प्रचलन में है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार ने सीएम भूपेष बघेल ने प्रदेश के विकास के लिए पहले ही “गढ़बो नवा छत्तीसगढ़” कैम्पेन चला रखा है। जिसके बाद ‘नवा’ प्रदेश बनने वाले दूसरा राज्य पंजाब होगा इस बात का ऐलान पीएम मोदी ने अपनी चुनावी रैली में किया है।

सभा को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि “वाहे गुरु जी की फतेह के उद्घोष को लेकर हम ये फतेह रैली कर रहे हैं। अपने संतों, अपने गुरुओं की वाणी पर चलकर ही हम 21वीं सदी का नवां पंजाब बनाएँगे। मैं पठानकोट की इस पवित्र धरती से मुक्तेश्वर महादेव मंदिर और अमृतसर के दुर्गयांना मंदिर को प्रणाम करता हूं। ये धरती हरमंदिर साहिब और करतारपुर साहिब की भी धरती है। इस पवित्र धरती से मैं सभी गुरुओं को नमन करता हूं।”

संत रविदास को किया स्मरण

पीएम मोदी ने पठानकोट में चुनावी रैली को संबोधित करने के दौरान संत रविदास को स्मरण करते हुए कहा कि “आज संत रविदास जी की भी जयंती है। यहां आने से पहले मैं दिल्ली में गुरु रविदास विश्राम धाम मंदिर जाकर आया हूं। आशीर्वाद लेकर आया हूं। ये मेरा सौभाग्य है कि काशी में संत रविदास मंदिर परिसर में हमने बहुत बड़ा भव्य लंगर हॉल श्रद्धालुओं को अर्पित किया। मैं आप सभी को और बनारस गए श्रद्धालुओं को भी संत रविदास जयंती की अनेक-अनेक शुभकामनाएं देता हूं। संत रविदास जी का एक दोहा है ‘ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिले सबन को अन्न। छोट-बड़ो सब सम बसे, रविदास रहे प्रसन्न’मतलब मैं एक ऐसा राजा चाहता हूं जिसके राज में सभी को अन्न मिले, हर कोई एक समान होकर रहे, जब ऐसा होगा तो स्वाभाविक रूप से रविदास जी प्रसन्न होंगे ही। सबका साथ-सबका विकास, के मंत्र को लेकर चल रही भाजपा सरकार भी संत रविदास जी के शब्दों से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ती है। इसलिए हमारे लिए गरीब का कल्याण सर्वोपरि है।”

प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि “दुनिया के बड़े-बड़े देशों में आज कोरोना की वजह से गरीब को हर तरह की दिक्कतें आ रही हैं, खाने-पीने की समस्या हो रही है। लेकिन इसी संकट काल में भारत करोड़ों देशवासियों को मुफ्त में राशन उपलब्ध करा रहा है। पंजाब के भी लाखों गरीबों को दो साल से मुफ्त राशन मुहैया कराया जा रहा है। कोरोना की वैक्सीन भी हमारी सरकार ने मुफ्त मुहैया कराई। गांव-गांव जाकर देशवासियों का जीवन बचाने के लिए रात-दिन काम किया और दुनिया में जो नहीं कर पाएं, वो काम हमने करके दिखाया। करीब-करीब 95% से ज्यादा पहला डोज सबको तो लग ही चुका है और दूसरा डोज भी करीब-बरीब सबको लगने की दिशा में तेज गति से काम हो रहा है। वैक्सीन से देश वासियों को कोरोना से लड़ने के लिए बहुत बड़ा सुरक्षा कवच मिला है।

न जनता भाजपा का साथ छोड़ती है, न भाजपा जनता की सेवा

प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि “पठानकोट में अभी मैंने कई परिवारों को अभिनंदन किया। एक साधारण कार्यकर्ता के रूप में कई बार मैं यहां टू-व्हीलर से आता था, कभी ट्रेन से आता था। कभी जम्मू से दिल्ली आता था, तो पठानकोट के कई परिवार मेरे लिए खाना लेकर आते थे। ऐसा महत्वपूर्ण समय मैंने आप लोगों के बीच बिताया है। जनता जब भाजपा को मौका देती है, फिर न जनता हमारा साथ छोड़ती है, न हम जनता की सेवा का काम छोड़ते हैं। विकास का जो सिलसिला भाजपा की सरकार में शुरु होता है, फिर जनता भी ऐसा साथ देती है कि विकास का काम रुकता नहीं है। जहां एक बार भाजपा के पैर जम जाते हैं, वहाँ दिल्ली में बैठकर रिमोट कंट्रोल से सरकार चलाने वाले परिवार की छुट्टी हो जाती है। मतलब, जहां विकास आया, वहाँ वंशवाद का हुआ सफाया! जहां शांति और सुरक्षा आई, वहाँ तुष्टीकरण और भ्रष्टाचार की विदाई! यही विदाई इस बार पंजाब में भी देनी है। पहले हम पंजाब में एक छोटे दल के रूप में सरकार के साथ एक हासिये के किनारे में साथ-साथ चला करते थे। पंजाब की शांति और एकता के लिए, पंजाब के उज्ज्वल भविष्य के लिए हमने हमारी पार्टी का नुकसान करके पंजाब का भला करने का प्राथमिकता दी थी। आज मैं आपसे मांगने आया हूं, मुझे पांच साल आपकी सेवा करने का मौका दीजिए, मैं आपको भरोसा देता हूं किसानी, व्यापार, इंडस्ट्री को बढ़ावा दिया जाएगा।

कांग्रेस ने पंजाब खिलाफ किए कृत्य

अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर हमला भी बोला, उन्होंने कहा कि ” कांग्रेस ने पंजाब और देश की शान के खिलाफ क्या-क्या कृत्य नहीं किए, इसी पठानकोट पर जब पाकिस्तानी आतंकियों ने हमला किया था तब देश उस संवेदनशील मौके पर एकजुट था। लेकिन कांग्रेस पार्टी के नेता क्या कर रहे थे? इन्होंने सेना के शौर्य पर सवाल उठाए या नहीं उठाए? इन्होंने शहीदों की शहादत पर कीचड़ उछाला या नहीं उछाला? और पुलवामा हमले की बरसी पर भी कांग्रेस के लोग बाज नहीं आ रहे हैं। वो हमारी सेना की बहादुरी का फिर से सबूत मांग रहे हैं। पठानकोट की ये धरती वीरों की धरती है। यहां घर-घर से नौजवान देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर सेवा दे रहे हैं। इसी धरती से गुरुओं ने सिख धर्म को भी विस्तार दिया। लेकिन सरकार अगर संस्कारों के खिलाफ चलने वालों की हो तो वो विरासत और पहचान, दोनों को मिटाने के लिए लग जाती है।”

उन्होंने आगे कहा कि “जब देश का विभाजन हुआ तब कांग्रेस के लोग थे, क्या इन्हें इतनी समझ नहीं आई कि सीमा से 6 किमी दूरी पर स्थिति गुरुनानक देव जी की तपोभूमि को भारत में रखा जाए। कांग्रेस के लोगों ने पाप किया है, हमारी भावनाओं को कुचला है। 1965 की लड़ाई में भारत की सेना लाहौल में झंडा फहराने की ताकत के साथ आगे बढ़ रही थी। अगर तब थोड़ा दो कदम आगे जाते तो गुरुनानक देव जी की तपोभूमि हमारे पास होती।
दूसरा मौका भी वो चूक गए। बांग्लादेश की लड़ाई में 90,000 पाकिस्तान के सैनिकों ने हिंदुस्तान की सेना के सामने घुटने टेक दिए। तब दिल्ली में बैठी सरकार में दम होता तो कह देते कि ये सैनिक तुम्हें तब मिलेंगे, जब हमें गुरुनानक देव जी की तपोभूमि वापस मिलेगी। तीन-तीन मौके उन्होंने गंवाए। काँग्रेस पार्टी की करतूतों का साथ देने के लिए अब उन्हें ‘पार्टनर- इन- क्राइम’ भी मिल गया है। आप देखिए, कितनी समानता है, दोनों दलों में। जब अयोध्या में राम मंदिर बनता है, तो दोनों मिलकर विरोध करते हैं।”

हम पंजाब को पंजाबियत की नज़र से देखते हैं

प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि “हम पंजाब को पंजाबियत की नज़र से देखते हैं, हमारे विरोधी पंजाब को सियासत के चश्मे से देखते हैं। इसलिए, हमें करतारपुर साहिब कॉरिडॉर के विकास का सौभाग्य मिला। हम तो एक समर्पित लोग हैं, हमें विरासत पर भी गर्व है, विकास की जिम्मेदारी भी हमारे सामने है। हम गुरुओं के प्रकाश पर्व को पूरी आस्था से सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में मनाते हैं। भारत की इस विरासत को पूरी दुनिया में पहचान कराते हैं। कभी पंजाब की पहचान देश के सबसे खुशहाल सूबे के तौर पर होती थी। लेकिन आज हालात कुछ और हैं, राज्य पर कर्ज बढ़ता जा रहा है, रोजगार के मौके कम हैं, युवाओं को पलायन करना पड़ रहा है, विभागों के कर्मचारियों को सड़कों पर आंदोलन करने पड़ रहे हैं।”

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