सूरत। गुजरात में इस वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं। गुजरात की सत्ता में काबिज होने के लिए सभी राजनीतिक पार्टी अपने स्तर में चुनाव की तैयारी में जुटी हुई है। जनता को अपने पक्ष में मतदान कराने के लिए जनसम्पर्क का दौर शुरू हो चुका है। वहीं लगातार 27 वर्षों से गुजरात की सत्ता में काबिज भाजपा अपनी ओर से किए गए विकास कार्यों के दम पर पुनः सत्ता में आने के लिए जनता के बीच पैठ जमाने की कोशिश में जुटी है। आम आदमी पार्टी के संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए कमर कस ली है वे आज यहां बैठक और संवाददाता सम्मेलन करेंगे।
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल बुधवार देर रात यहां पहुंचे और कहा कि उनकी पार्टी अगले कुछ सप्ताह में पार्टी अपना एजेंडा गुजरात के लोगों के साथ साझा करेगी। इस एजेंडे में लोगों के लिए उन योजनाओं का जिक्र है जिन पर उनकी पार्टी राज्य में सत्ता में आने पर काम करेगी। यह उनकी राज्य के लिए दूसरी यात्रा है।

केजरीवाल ने सूरत हवाई अड्डे पहुंचने पर कहा कि पूर्व में मैं कई बार गुजरात आया हूं और राज्य की जनता ने बहुत स्नेह दिया। गुजरात के लोग भाजपा के 27 वर्षों के शासन से तंग आ चुके हैं और बदलाव चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हमने लोगों से बात की कि वे क्या चाहते हैं और अगले कुछ हफ्तों में हम अपना एजेंडा उनके सामने रखेंगे।

केजरीवाल के गुजरात में आने से पहले भाजपा की गुजरात ईकाई के प्रमुख सीआर पाटिल ने बुध‍वार को कहा कि लोगों को ‘रेवड़ी संस्कृति’ के झांसे में नहीं आना चाहिए, क्योंकि इससे राज्य और भारत की हालत श्रीलंका जैसी बन सकती है जो फिलहाल गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है। पाटिल ने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन वह जाहिर तौर पर आम आदमी पार्टी (आप) और उसके संयोजक अरविंद केजरीवाल पर निशाना साध रहे थे। जिन्होंने गुजरात में सत्ता में आने पर मुफ्त बिजली देने का वादा किया है। भाजपा शासित राज्य में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। भाजपा और कांग्रेस के अलावा आप भी चुनाव में किस्मत आज़माने की तैयारी कर रही है।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटरयूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्रामकू और वॉट्सएप, पर