रायपुर। प्रदेश में एक के बाद एक नई बीमारियां दस्तक दे रही हैं। कोरोना, डेंगू, मलेरिया, स्वाइन फ़्लू जैसी संदिग्ध बीमारियां कम होने का नाम नहीं ले रही है, वहीं अब बस्तर में मंकी पाॅक्स के दस्तक की आंशका है। दंतेवाड़ा जिले के बचेली में तैनात सीआईएसएफ के दो जवान इसके शिकार हो गए हैं। इन जवानों को मंकीपाॅक्स के लक्षण दिखने के बाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।

बताया जा रहा है कि दोनों जवान रविवार को हॉस्पिटल पहुंचे थे। यहां डाॅक्टरों को जांच के दौरान इनके शरीर पर मंकी पाॅक्स के लक्षण नजर आये। चूंकि अभी मंकी पाॅक्स को लेकर प्रशासन सतर्कता बरत रहा है ऐसे में डाॅक्टरों ने तत्काल दोनों जवानों की ट्रेवल हिस्ट्री पूछी। जिसमें एक जवान ने बताया कि वह हाल ही में दिल्ली से लौटा है जबकि दूसरा जवान बचेली में ही था। जैसे ही डाॅक्टरों को जवान की ट्रेवल हिस्ट्री पता चला, दोनों जवानों का मंकी पाॅक्स की जांच करवाने का फैसला किया गया और दोनों जवानों के सैंपल को पुणे लैब में जांच के लिए भेजा दिया गया।

दो दिनों में रिपोर्ट आएगी

डाॅक्टर नवीन ने बताया कि राहत की बात यह है कि अभी दोनों जवानों के पैर के तलवों और हथेली में दाने नहीं उभरे हैं, सबसे ज्यादा दाने इनके सीने और पेट के पास ही मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि इनके सैंपल को जांच के लिए पुणे लैब भेजा गया है, वहां से दो दिनों में रिपोर्ट आ जाएगी, इसके बाद स्थिति साफ होगी कि जवान कौन सी बीमारी की चपेट में हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को इससे घबराने की जरूरत नहीं है, मंकी पाॅक्स सहित अन्य सभी बीमारियों का इलाज संभव है, बस लोगों को इस तरह की बीमारियों से बचाव के लिए उपाय करना है।

गौरतलब है कि मंकीपाॅक्स के खतरे को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय ने हिदायत जारी की हैं, जिसके मुताबिक जिन लोगों में मंकीपाॅक्स के लक्षण दिखाई दें, उसकी सूचना अपने राज्य व यूटी के स्वास्थ्य विभाग को देने और ऐसे लोगों से दूरी बनाए रखने को कहा गया है

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