इस साल जहां बॉलीवुड की फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अपना कमाल दिखाने में असफल साबित हुई, तो साउथ की फिल्मों का शानदार प्रदर्शन रहा। बॉलीवुड के जाने माने निर्देशक करण जोहर बॉलीवुड इंडस्ट्री को लेकर अपनी राय देने में कभी पीछे नहीं रहते। लेकिन इस बार करण जोहर ने बॉलीवुड फिल्मो के फ्लॉप होने की वजह को लेकर खुलकर बात की है। एक और निर्देशक ने बॉलीवुड की खामियां गिनवाई हैं, तो दूसरी ओर खुद को भी इसके लिए जिम्मेदार बताया है।

दरअसल, करण जौहर एक यूट्यूब चैनल के साथ राउंड टेबल में अन्य सेलेब्स के साथ इंडस्ट्री को लेकर बातचीत कर रहे थे। इस दौरान करण ने कहा, ‘मुझे लगता है कि सबसे बड़ी समस्या यह है कि हम हिंदी सिनेमा की मेनस्ट्रीम इंडस्ट्री से आते हैं, और इसमें मैं भी शामिल हूं, जिसकी क्वालिटी काफी अच्छी नहीं है जो बाकी सिनेमा और पैनल के पास है। वह है दृढ़ विश्वास। हम हमेशा से ही जो चलने लगता है उसपर ही ध्यान देने लगते हैं। हमारे पास 70 के दशक में सलीम-जावेद थे, जो ओरिजनल थे। ऐसे में हमने कई बेहतरीन काम देखे।’

रीमेक की आ गई भरमार

इसके आगे करण जौहर ने कहा, ’80 के दशक में अचानक बहुत कुछ हुआ और रीमेक की भरमार आ गई। तभी से कन्विक्शन कम होने लगा और हमने तमिल और तेलुगू की लोकप्रिय हर फिल्म का रीमेक बनाना शुरू कर दिया। 90 के दशक में जब एक लव स्टोरी हम आपके हैं कौन हिट हुई, तो हम उस ओर मुड़ गए। मेरे सहित सभी ने प्यार के उस रथ पर कूदने का फैसला किया और शाहरुख खान को बनाया। फिर 2001 में लगान को ऑस्कर के लिए नॉमिनेट किया गया और हर कोई उस तरह की फिल्में बनाने लगा।’

करण ने कहा, ‘इतना ही नहीं 2010 में जब दबंग ने अच्छा प्रदर्शन किया, तो हमने फिर से उन कमर्शियल फिल्मों को बनाना शुरू कर दिया। यही समस्या है, जहां हम मात खाते हैं और मैं ये खुद के लिए दूसरे से ज्यादा मानता हूं कि हमारी फिल्म में दृढ़ विश्वास की कमी होती है। यही हमें दूसरी इंडस्ट्री से सीखने की जरूरत है।’ पूरी बातचीत में करण जौहर का जोर रीमेक न बनाकर ओरिजनल कंटेट दर्शकों को देने पर था।

कारण जोहर की फिल्मों की बात करें तो वे 7 साल बात बतोर निर्देशक के रूप में वापसी करेंगे। उनके निर्देशन में बानी फिल्म का नाम ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ हैं। इस फिल्म में आलिया भट्ट, रणवीर सिंह और शबाना आजमी, जया बच्चन मुख्य किरदार में नज़र आएंगे। यह फिल्म 2023 में रिलीज होगी।