बिलासपुर। गांव के लोगों को चौराहे पर देवी-देवताओं को नहीं मानने की शपथ दिलाते हुए प्रधान पाठक का वीडियो वायरल होने के बाद पहले तो विभाग ने उसे निलंबित कर दिया, बाद में लिखित शिकायत मिलने पर पुलिस ने FIR दर्ज करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

वायरल वीडियो को रतनपुर थाना क्षेत्र के भरारी स्थित स्कूल का बताया गया था, बाद में पता चला कि प्रधान पाठक रतनलाल सरोवर ने ये शपथ अपने गांव में लोगों को दिलायी थी। वीडियो वायरल होने की जानकारी मिलने पर शिक्षा विभाग की ओर से भरारी स्थित स्कूल में पदस्थ प्रधान पाठक को रतनलाल सरोवर को निलंबित कर दिया गया। इधर घटना की जानकारी होने पर बजरंग दल के जिला संयोजक रूपेश शुक्ला ने पूरे मामले की शिकायत रतनपुर थाने में करते हुए जुर्म दर्ज करने की मांग की।

मामला धार्मिक उन्माद संबंधी अपराध होने से वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में थाना प्रभारी रतनपुर देवेश सिंह राठौर व थाना रतनपुर की टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुये आरोपी रतनलाल सरोवर निवासी मोहतराई को चंद घंटो में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया।

बता दें कि सोशल मीडिया पर हिंदू देवी देवताओं को नहीं मानने और राम कृष्ण को अवतार नहीं मानने का शपथ दिलाते शिक्षक रतनलाल सरोवर का वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो में बच्चों से लेकर बड़े तक नजर आ रहे हैं। शिक्षक उन्हें देवी-देवताओं को नहीं मानने और बौद्ध धर्म को मानने की शपथ दिलाते हुए नजर आ रहा है। यह वाकया 22 जनवरी का बताया जा रहा है, जब अयोध्या में भगवन राम की प्राण प्रतिष्ठा की जा रही थी। उसी दिन रतनपुर थाना क्षेत्रान्तर्गत ग्राम मोहतराई निवासी प्रधान पाठक रतनलाल सरोवर द्वारा गांव के व्यक्तियों को चौक में एकत्रित कर हिन्दुओं के आराध्य भोलेनाथ, भगवान श्रीराम, श्री कृष्ण एवं हिन्दु देवी देवताओं को पूजा पाठ न करने की शपथ दिलाई। जिसके इस कृत्य से सनातन धर्म अनुयायियों के भावनाओ को ठेस पहुंचना स्वाभाविक है। इसे देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी ने तत्काल जांच कराई और वायरल वीडियो की पुष्टि होने के बाद प्रधान पाठक को रतनलाल सरोवर निलंबित कर दिया। बाद में जब मामले में FIR दर्ज कराये गया तब उसकी गिरफ़्तारी भी हो गई।