रायपुर। ग्रामीण विद्युतीकरण निगम लिमिटेड (आर.ई.सी.) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक विवेक कुमार देवांगन (IAS) की अध्यक्षता में छत्तीसगढ़ में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में विकास कार्यों को लेकर क्रेडा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजेश सिंह राणा (IAS) एवं अन्य अधिकारियों के साथ क्रेडा प्रधान कार्यालय, रायपुर में बैठक आयोजित की गई।

रिन्यूवेबल एनर्जी के क्षेत्र में विकास के लिए संकल्पित

बैठक में CEO, क्रेडा द्वारा क्रेडा के अंतर्गत सौर ऊर्जा के क्षेत्र में संचालित विभिन्न योजनाओं यथा सौर सुजला, सोलर हाई मास्ट, बायोगैस, सोलर पंप, शासकीय भवनों में सौर ऊर्जा से ऊर्जीकरण इत्यादि से संबंधित जानकारी दी गई। वहीं CMD, आर.ई.सी. द्वारा यह बताया गया है कि भारत सरकार रिन्यूवेबल एनर्जी के क्षेत्र में विभिन्न विकास कार्यों के लिये कृतसंकल्पित है। इस उद्देश्य को पूरा करने में स्टेट नोडल एजेंसी का विशेष योगदान रहेगा। इसी क्रम में उनके द्वारा फ्लोटिंग सोलर का बिजनेस मॉडल भी तैयार करते हुए आर.ई.सी. लिमिटेड को वित्तीय सहायता हेतु प्रस्ताव प्रेषित करने का सुझाव दिया गया।

‘सोलर प्लांट बंजर भूमि लीज पर’

विवेक कुमार देवांगन ने कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश के बंजर भूमि तथा छोटे बड़े झाड़ के जंगलों का उपयोग विकेन्द्रीकृत सोलर पॉवर प्लांट की स्थापना हेतु बंजर भूमि को लीज पर लेकर किया जा सकता है। इस दिशा में महाराष्ट्र सरकार द्वारा किये गये प्रयासों तथा कार्यों का उल्लेख करते हुए कृषक सहायता समूह बनाकर उसी प्रकार का प्रोजेक्ट मॉडल छत्तीसगढ़ में भी क्रियान्वित करने का सुझाव उन्होंने दिया ।

मॉडल सौर ग्राम के लिए सौ गांवों का चयन

CMD ने बायोगैस एवं ऊर्जा सरंक्षण की दिशा में विशेष प्रयास करते हुए जी-20 अंतर्गत निर्धारित सतत् विकास लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में कार्य करने हेतु क्रेडा को प्रेरित करते हुए आर.ई. सी. से समस्त प्रकार का सहयोग आवश्यक होने पर प्रदान किये जाने का आश्वासन दिया। प्रत्येक जिलें में 01 मॉडल सौर ग्राम का निर्माण करने की नीति के संबंध में सी.ई.ओ. क्रेडा द्वारा छत्तीसगढ़ में उक्त योजनांतर्गत 100 ग्रामों का चयन कर शतप्रतिशत् सौर ग्राम विकसित करने की कार्यवाही प्रक्रियाधीन होने की जानकारी दी गई। इन 100 ग्रामों में से 50 ग्राम क्रेडा द्वारा ऑफग्रिड मोड पर किये जाने का प्रस्ताव है, शेष 50 ग्राम सी.एस.पी.डी.सी.एल. द्वारा ग्रिड कनेक्टेड मोड पर किये जाने का प्रस्ताव है।

सी.ई.ओ., क्रेडा द्वारा आर.ई.सी. को छत्तीसगढ़ के 5500 अविद्युतीकृत छूटे परिवारों के विद्युतीकरण हेतु सी.एस.आर. में प्रेषित प्रस्ताव के संबंध में आवश्यक कार्यवाही कर क्रेडा को राशि उपलब्ध कराने का अनुरोध भी किया गया तथा वित्तीय वर्ष 2024-25 हेतु आश्रम / छात्रावासों में स्थापित सौर संयंत्रों के क्षमता उन्नयन के साथ प्रदेश के 1000 ग्रामों में सोलर पॉवर प्लांट के माध्यम से स्ट्रीट लाईट की स्थापना का प्रस्ताव भी रखा गया। उक्त प्रस्तावों पर विचार किये जाने का आश्वासन CMD, आर.ई.सी. द्वारा किया गया।

इसके अलावा सी.ई.ओ., क्रेडा द्वारा प्रदेश में सौर ऊर्जा से ऊर्जीकृत ग्रामों में स्थापित सोलर पॉवर प्लांटों के क्षमता उन्नयन का प्रस्ताव आर.ई.सी. को भेजे जाने पर चर्चा की गई। जिस पर सीएमडी, आर.ई.सी. द्वारा आर.डी.एस.एस. फेस-02 के आधुनिकीकरण अंतर्गत संचालन, संधारण अवधि समाप्त होने पर क्रेडा से प्रस्ताव प्राप्त करने हेतु आर.ई.सी. के अधिकारियों को निर्देश दिया गया। अंत में क्रेडा के सर्वांगीण विकास हेतु रिवेन्यू शेयरिंग मॉड्ल पर कार्य करने का सुझाव देते हुए पी.एम. सूर्य घर योजना अंतर्गत वेण्डर के रूप में पंजीकरण का सुझाव भी दिया गया। बैठक में क्रेडा के अधीक्षण अभियंता, सहायक अभियंता तथा आर.ई.सी. लिमिटेड के मुख्य परियोजना प्रबंधक एवं उप परियोजना प्रबंधक भी उपस्थित थे।